गडचिरोली: 28 जनवरी 2025 को गडचिरोली जिला नियोजन भवन में सुरजागड प्रकल्प के विस्तार के संदर्भ में आयोजित जन सुनवाई में तोडसा ग्रामपंचायत की सरपंच, वनिता कोरामी ने अपने विचार रखे। उन्होंने अपने गांव के विकास और पर्यावरणीय समस्याओं के समाधान के लिए सरकार और पर्यावरण विभाग से कुछ महत्वपूर्ण मांगें कीं।
वनिता कोरामी ने कहा, “बांडे से पेठा नदी तक पुल पावसाळे में चार महीने बंद रहता है, जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो जाता है। इस पुल की जल्द मरम्मत की जानी चाहिए।” इसके अलावा, उन्होंने सुरजागड खदान से होने वाले प्रदूषण पर चिंता जताई और इसके समाधान के लिए कंपनी प्रशासन से उचित उपायों की मांग की। उन्होंने यह भी कहा, “ग्रामपंचायत में एक एंबुलेंस दी जाए और हर गांव में एक नर्स नियुक्त की जाए।”
कोरामी ने हेडरी स्थित अस्पताल में बेड संख्या बढ़ाने की मांग की और अस्पताल का स्तर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल जैसा किया जाए ताकि मरीजों को सभी प्रकार की चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त हो सकें। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “गांव और आसपास के सभी युवाओं को उनकी शिक्षा के अनुसार कंपनी में रोजगार दिया जाए।”
सरपंच वनिता कोरामी ने यह भी स्पष्ट किया कि, “हम प्रकल्प के विरोधी नहीं हैं। इस प्रकल्प से इलाके में हजारों लोगों को रोजगार मिला है, महिलाओं को भी रोजगार मिला है। हालांकि, रोजगार सृजन के और भी अधिक अवसर कैसे पैदा किए जा सकते हैं, इस पर कंपनी प्रशासन और महाराष्ट्र सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए।”
जन सुनवाई में गडचिरोली जिले के जिलाधिकारी पांडा साहब, पर्यावरण विभाग के अधिकारी, गडचिरोली-चिमूर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. किसान, विधायक धर्मराव बाबा आत्राम, विधायक मिलिंद नरोटे, विधायक रामदास मसराम, पूर्व विधायक देवराव होळी, पूर्व विधायक दीपक आत्राम, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष अजय कंकडालवार और क्षेत्र के सभी सरपंच, उपसरपंच, ग्रामपंचायत सदस्य, पाटील, भुमिया गायता सहित स्थानीय जनसमूह ने भाग लिया।
सभी ने मिलकर सुरजागड प्रकल्प के विस्तार पर अपने विचार साझा किए और आगे की कार्रवाई के लिए शासन और कंपनी प्रशासन को मार्गदर्शन दिया। इस जन सुनवाई ने एक सकारात्मक दृष्टिकोण से विकास और समृद्धि की दिशा में विचार व्यक्त किए, जिससे गडचिरोली जिले का समग्र और संतुलित विकास संभव हो सके।